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Rajesh Sharma
• Mon, 8 Nov 2021 9:11 am IST


गंगा में डूबे साधक की ड्रोन से की जा रही तलाश


 हरिद्वार। सप्तऋषि क्षेत्र में परमार्थ घाट पर स्नान के दौरान गंगा में डूबे छात्र, शांतिकुंज के स्वंय सेवक और फक्कड़ साधु की तलाश ड्रोन से की गई लेकिन फिलहाल तीनों का सुराग नहीं लगा। वही प्रशासन की ओर से गंगा घाट से गंगा की मुख्य धारा तक आमजन के पहुंचने से रोकने के लिए जेसीबी की मदद से पत्थरों की ढांग बना दी गई है। पिछले तीन दिन में 11वीं कक्षा में अध्यनरत संस्कृत छात्र रवि मिश्रा, एक फक्कड़ साधु एवं शांतिकुंज का स्वंय सेवक योगेश पाटिल परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर डूब गए थे। छात्र एवं स्वंयसेवक गंगा में नहाने के लिए गए थे जबकि फक्कड़ साधु को डूबते हुए गंगा घाट पर मौजूद लोगों ने देखा था। परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर डूबने की दो घटनाएं साथ होने पर पुलिस की भी परेशानी बढ़ गई है। जल पुलिस की मदद से डूबे हुए सभी लोगों की तलाश की गई लेकिन उनका पता नहीं चल सका। रविवार को सप्तऋषि चैकी प्रभारी प्रवीण सिंह रावत ने ड्रोन कैमरे की मदद से डूबे हुए लोगों को तलाश किया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। चैकी प्रभारी ने बताया कि गंगा घाट से गंगा की तरफ जेसीबी से एक पत्थर की ढांग बना दी गई है, जिससे कि कोई उस ढांग को पार कर गंगा के बीचोंबीच न जा सके। बताया कि डूबे हुए सभी लोगों की तलाश की जा रही है।