देहरादून: उत्तराखंड में चलाई जा रही होम स्टे योजना को लेकर उत्तराखंड सरकार ने भले ही बड़े बड़े दावे किये हो। लेकिन इस योजन की ज़मीनी हक़ीक़त इन दावों से बिल्कुल इत्तेफाक नहीं रखती है। आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में दिखाएंगे की सरकार की होम स्टे योजना को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारी कितने जागरूक है। उत्तराखंड के पर्यटन विभाग की आधिकारिक साइट पर होम स्टे की सूचि में दर्ज कई नाम अब होटल में तब्दील हो गए है लेकिन इसकी भनक प्रशासन को नहीं है। जबकि इस योजना को लेकर प्रशासन ने जनपद स्तर पर अधिकारी भी तैनात किये है। उसके बावजूद साइट पर उन होम स्टे का नाम दर्ज है जो अब होम स्टे रहे ही नहीं। इस योजना को लेकर त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश में 5000 होम स्टे का लक्ष्य रखा था लकिन 2021 की जनवरी बीत जाने के बाद भी यह पूरा नहीं हो सका और होगा भी कैसे यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है,जिसकी जवाबदेही तय करना ज़रूरी है। इस योजना को लेकर फिलहाल अधिकारी जागरूक नहीं है। ऐसे में ज़मीनी स्तर पर इस योजना का लाभ कितना लोगो को मिलेगा यह कहना अभी मुश्किल है