Read in App


• Sat, 30 Jan 2021 12:21 pm IST


पांच गोली लगने के बाद भी इस जांबाज ने नहीं मानी हार, दो आतंकियों को किया ढेर



सेना में जाना उत्तराखंड के युवाओं के लिए पेशा नहीं बल्कि जज्बा है। यहां के कई वीर सपूतों ने प्राणों की परवाह किये बिना दुश्मन देशों को घुटने टेकने पर मजबूर किया। देवभूमि इनसाइडर इन्हीं शूरवीरों की कहानी इन्हीं की जुबानी आप तक पहुंचा रहा है।आज देखिये शौर्य चक्र विजेता कैप्टन डी बी लिम्बु की कहानी...