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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 29 Oct 2022 2:38 pm IST


इमरान से क्यों डर रही है पाकिस्तानी सेना


पिछले 70 साल के दौरान पाकिस्तान की राजनीति में हमेशा उथल पुथल रही है। वहां की राजनीति पर अल्लाह, आर्मी और जुडिशरी का एक नेक्सस हावी रहा है। इन तीनों ने ही पाकिस्तान की राजनीति को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है। उसी कड़ी में एक बार फिर उथल पुथल देखने को मिली जब पाकिस्तान आर्मी की आंखों का तारा माने जाने वाले इमरान खान को पीएम पद से मुक्त कर शहबाज शरीफ को नया पीएम बनाया गया और पाकिस्तान आर्मी इस पूरी कवायद से अलग रही अब इमरान के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की तैयारी है।

सेना से गठजोड़
ऐसे ही 2017 में नवाज शरीफ की कुछ चीजें पाकिस्तानी आर्मी को पसंद नहीं आई थीं। तब जुडिशरी और आर्मी का एक गठजोड़ बनाकर उनको भी पद से हटा दिया गया था। उनके बाद इस नेक्सस ने इमरान खान को अपना मोहरा बनाया। शुरू में इमरान खान पाकिस्तान की सेना के प्रति नरम नहीं थे। सेना के कई मामलों में वह दखल देते थे, उसकी नीतियों को नामंजूर भी करते थे। लेकिन जब अमेरिकी सेना पाकिस्तान को कॉरिडोर के रूप में इस्तेमाल कर रही थी, खासकर जब ओसामा बिन लादेन को मारा गया, तो इमरान खान ने पाक आर्मी को सपोर्ट किया। तबसे इमरान खान पाकिस्तान आर्मी की पसंद बन गए और 2018 में प्रधानमंत्री बने।

पिछले 70 साल के दौरान पाकिस्तान की राजनीति में हमेशा उथल पुथल रही है। वहां की राजनीति पर अल्लाह, आर्मी और जुडिशरी का एक नेक्सस हावी रहा है। इन तीनों ने ही पाकिस्तान की राजनीति को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है। उसी कड़ी में एक बार फिर उथल पुथल देखने को मिली जब पाकिस्तान आर्मी की आंखों का तारा माने जाने वाले इमरान खान को पीएम पद से मुक्त कर शहबाज शरीफ को नया पीएम बनाया गया और पाकिस्तान आर्मी इस पूरी कवायद से अलग रही अब इमरान के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की तैयारी है।

सेना से गठजोड़
ऐसे ही 2017 में नवाज शरीफ की कुछ चीजें पाकिस्तानी आर्मी को पसंद नहीं आई थीं। तब जुडिशरी और आर्मी का एक गठजोड़ बनाकर उनको भी पद से हटा दिया गया था। उनके बाद इस नेक्सस ने इमरान खान को अपना मोहरा बनाया। शुरू में इमरान खान पाकिस्तान की सेना के प्रति नरम नहीं थे। सेना के कई मामलों में वह दखल देते थे, उसकी नीतियों को नामंजूर भी करते थे। लेकिन जब अमेरिकी सेना पाकिस्तान को कॉरिडोर के रूप में इस्तेमाल कर रही थी, खासकर जब ओसामा बिन लादेन को मारा गया, तो इमरान खान ने पाक आर्मी को सपोर्ट किया। तबसे इमरान खान पाकिस्तान आर्मी की पसंद बन गए और 2018 में प्रधानमंत्री बने।  

सौजन्य से : नवभारत टाइम्स