क्या आपको भी शेयर बाजार या क्रिप्टोकरंसी में पैसे लगाने में मजा आता है? लेकिन ये आपके हित में होगा कि इन्वेस्टिंग थोड़ी बोरिंग हो। आज तकनीक ने शेयर बाजार जैसी रिस्की जगहों पर निवेश आसान बना दिया है। मोबाइल फोन पर तरह तरह ऐप निवेशकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। 2020 में कोरोना तेजी से बढ़ा। साथ ही शेयर बाजार में निवेश भी वायरल हो गया। कुछ लोगों का दिल इससे भी नहीं भरा, वे क्रिप्टोकरंसी में निवेश के लिए उतावले हो गए।
जब मार्केट के अच्छे दिन चल रहे हों तो निवेश करने में हमेशा मजा आता है। फिनटेक कंपनियां सारा ज्ञान उड़ेल रही होती हैं। किसी व्यक्तिगत सलाहकार की जरूरत महसूस नहीं होती। दो साल तक रग-रग में शेयर बाजार की उत्तेजना इतनी उफान पर थी कि नए लोग हाई रिस्क लेने के लिए तैयार हो गए। मोबाइल पर अपना पोर्टफोलियो देखकर आज खरीदो, कल बेचो… इस तेजी में लोग हादसों का शिकार हो गए। किसी खास न्यूज पर मार्केट का रिएक्शन क्या होगा, इस पर भविष्यवाणियों में दम लगने लगता है।
दो साल बीतते-बीतते कई अच्छे शेयरों की वैल्यू धराशायी हो गई। क्रिप्टोकरंसी का तो बाजार ही तबाह हो गया। शेयर बाजार की वैल्यू में जो अचानक से बड़ी तेजी दिखी थी, उसमें करेक्शन आना लाजिमी था। जिन कंपनियों का कारोबार अच्छा होता है, उनमें निवेशक अगर भविष्य देखते हैं तो अच्छी बात है। लेकिन इस बात की खबर पाकर लोग उस शेयर के प्रति उतावलापन दिखाएं तो कीमतों का बुलबुला बनना तय हो जाता है। इसी तरह किसी अच्छी कंपनी के बारे में बुरी खबर आए तो लोग इमोशनल हो जाते हैं। वे किसी भी कम कीमत पर शेयर बेचने के लिए बेचैन हो जाते हैं। इससे शेयर की कीमत जरूरत से ज्यादा गिर जाती है।
जब बाजार में मंदी छाई हो तब आपका उतावलापन ही आपके पोर्टफोलियो को नुकसान पहुंचा सकता है। एक फ्रेंच दार्शनिक ने कहा था कि मानवता की समस्या यह है कि इंसान एक कमरे में कभी चुपचाप नहीं बैठ सकता। बाजार में इसी तर्ज पर कहा जा सकता है कि निवेशक बोरिंग अंदाज में निवेश नहीं कर सकते। बोरिंग अंदाज यह है कि वे देखें कि पैसा कितने वक्त के लिए लगाना है, किस असेट क्लास में लगाना है, कितना रिस्क लिया जा सकता है। शेयर बाजार में जिनका लक्ष्य लंबी अवधि के लिए होता है, फोकस पोर्टफोलियो की स्थिरता पर होता है, जिन्होंने बाजार की ऊंचाइयों और गहराइयों को लंबे समय तक देखा है, उनके लिए शेयर बाजार कभी बुरा नहीं होता।
सफल निवेश अनुशासन की मांग करता है, तभी आप भीड़ के पागलपन को नजरअंदाज करने की क्षमता पा सकते हैं। अपने दोस्तों और सहकर्मियों के सामने बोरिंग होने की डींग नहीं मार सकते। कोई भी उन लोगों की तारीफ नहीं करता है, जो परिश्रम से अपनी मेहनत से कमाए गए पैसे को बचाते हैं और निवेश करते हैं, फिर उस रास्ते पर बने रहते हैं।
सौजन्य से : नवभारत टाइम्स