देश के वैज्ञानिक एक बार फिर नए लक्ष्य के साथ गेहूं की पैदावार बढ़ाने में जुट गए हैं। पिछले साल का लक्ष्य 112 मिलियन टन हासिल करने के बाद अब केंद्र सरकार ने वर्ष 2024 के लिए देश की गेहूं पैदावार का नया लक्ष्य (114 मिलियन टन) निर्धारित किया है। इसका खुलासा करते भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक एवं सचिव डेयर ड़ॉ. हिमांशु पाठक ने कहा कि हमें नई तकनीक, नई किस्मों के बीज, किसानों तक पहुंचाकर और उन्हें जागरूक कर नए लक्ष्य को पाना है।भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर) में करनाल स्थित सभी अनुसंधान संस्थानों के निदेशकों, वैज्ञानिकों और देश के कृषि अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिकों ने बीते रोज मंथन किया। इसमें आईआईडब्ल्यूबीआर के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत के किसानों, वैज्ञानिकों ने गेहूं की पैदावार में बड़ा काम किया है। इस साल भी 16 नई किस्में रिलीज की गई हैं, जो जलवायु सहनशील हैं, लेकिन अभी नई किस्मों पर अनुसंधान लगातार चल रहा है।
आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने 112 मिलियन टन गेहूं के लक्ष्य को पाने पर आईआईडब्ल्यूबीआर के निदेशक सहित सभी वैज्ञानिकों और देश के किसानों की सराहना करते हुए कहा कि अब भारत सरकार ने 114 मिलियन टन गेहूं की पैदावार का नया लक्ष्य दिया है। हमें इसे चुनौती के रूप में लेना है और इसे हासिल करने के लिए गंभीरता से काम करना है। इसके लिए अधिक पैदावार वाली नई किस्मों, उच्च गुणवत्तापूर्ण बीज, नई तकनीक को समाहित करते हुए किसानों के खेतों तक पहुंचाना है, किसानों को जागरूक करना है।