रोजमर्रा के उपभोग के सामान (एफएमसीजी), तंबाकू उत्पाद, मोबाइल फोन और शराब सहित पांच प्रमुख उद्योगों में अवैध कारोबार की वजह से 2019-20 में कर के रूप में सरकारी खजाने को 58,521 करोड़ रुपये की चपत लगी है। उद्योग मंडल फिक्की ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में कहा, 2019-20 में इन उद्योगों में अवैध कारोबार का आकार 2.60 लाख करोड़से थोड़ा अधिक था।