भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बिना किसी परेशानी के ऋण मुहैया कराने के लिए एक पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म विकसित करने घोषणा की है। इस प्लेटफॉर्म को रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) की ओर से विकसित किया जा रहा है, जो आरबीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। 10 अगस्त, 2023 को जारी विकासात्मक और नियामक नीतियों से संबंधित बयान के तहत केंद्रीय बैंक ने यह घोषणा की है।
डिजिटलीकरण में तेजी से प्रगति के साथ, भारत ने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की अवधारणा को अपनाया है। यहां बैंकों, एनबीएफसी, फिनटेक कंपनियों और स्टार्ट-अप को भुगतान, क्रेडिट व अन्य वित्तीय गतिविधियों में अभिनव समाधान तैयार करने और आम लोगों को मुहैया कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। डिजिटल क्रेडिट डिलीवरी के लिए, क्रेडिट मूल्यांकन के लिए जरूरी डेटा केंद्र और राज्य सरकारों, खाता एग्रीगेटर्स, बैंकों, क्रेडिट सूचना कंपनियों, डिजिटल पहचान प्राधिकरणों आदि विभिन्न संस्थाओं के पास उपलब्ध हैं। हालांकि, वे अलग-अलग प्रणालियों में हैं, जो नियम-आधारित आसान ऋण मुहैया करने और समय पर उसका वितरण सुनिश्चित करने में अड़चन पैदा करते हैं।